पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस
के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने बेटे अनिल के एंटनी के भाजपा में शामिल होने के
फैसले पर अपना दुख और पीड़ा व्यक्त की है। गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए
एंटनी ने कहा कि वह बेटे के बीजेपी में शामिल होने से बहुत आहत हैं, और उन्हें यह
निर्णय मंजूर नहीं है। एके एंटनी बेटे अनिल के एंटनी के बीजेपी में शामिल होने को
लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
इससे पहले के घटनाक्रम में
गुरुवार की दोपहर को उनके बेटे अनिल के एंटनी बीजेपी में शामिल हो गये थे। हालांकि
इसके कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। बीते जनवरी बीबीसी की प्रधानमंत्री पर बनी
डॉक्यूमेंट्री को लेकर हुए विवाद के बाद उन्होंने
कांग्रेस के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
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उस दौरान उन्होंने डॉक्यूमेंट्री की आलोचना
करते हुए कई ट्वीट किए थे, जिससे केरल कांग्रेस में
असहजता की स्थिति पैदा हो गई थी। ट्वीट करते हुए एंटनी ने कहा था कि जो आजादी की
लड़ाई लड़ रहे हैं, उन्होंने ही ट्वीट डिलीट करने को
कहा। और मैंने ऐसा करने से इनकार करते हुए, कांग्रेस और केरल
कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
पिता एंटनी ने कहा कि मैंने
हमेशा अपने बेटे को परिवार की बजाए देश के लिए काम करना सिखाया है। लेकिन उन्होंने
एक अलग रास्ता चुना, और वह ऐसी पार्टी में शामिल हो गए जो देश को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित
करने और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को खत्म करने की कोशिश कर रही है। मैं उनके
इस निर्णय को स्वीकार नहीं कर सकता। यह गलत तो है ही साथ ही दर्दनाक भी है।
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एंटनी ने कहा कि मैं अपनी आखिरी
सांस तक कांग्रेस और उसकी विचारधारा के साथ खड़ा रहूंगा। मेरी कोई निजी
महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों के साथ मेरी कोई निजी
दुश्मनी नहीं है लेकिन उनकी नीतियां और एजेंडे का विरोध करता हूं, जिसका मैं
बिल्कुल भी समर्थन नहीं कर सकता।
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