विश्व बैंक ने बुधवार को भारत के लिए अपने आर्थिक विकास दर के पूर्वानुमानों में कटौती की है। इसने दक्षिण एशियाई क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत के लिए अपने विकास अनुमान को चालू वित्त वर्ष में मार्च 2023 तक के लिए 8.7% से घटाकर 8% कर दिया है।
विश्व बैंक ने भारत के विकास के अनुमान को घटाकर 8% क्यों किया?
- अर्थतंत्र
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- 13 Apr, 2022
विश्व बैंक ने किस आधार पर भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर के अनुमानों को घटाया? जानिए, पाकिस्तान और दूसरे दक्षिण एशियाई देशों के बारे में इसने क्या कहा है।

बैंक ने कहा है कि भारत में कोरोना महामारी से श्रम बाजार को पूरी तरह उबरने में दिक्कतों और मुद्रास्फीति के दबाव से घरेलू खपत बाधित होगी। बता दें कि इसी हफ्ते जारी आँकड़ों में कहा गया है कि मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर 6.95 फ़ीसदी रही है। यह लगातार तीसरा महीना है जब महंगाई दर रिजर्व बैंक द्वारा तय सीमा से ऊपर है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने इस महंगाई को 6 प्रतिशत की सीमा के अंदर रखने का लक्ष्य रखा है। यानी मौजूदा महंगाई की दर लगातार तीसरे महीने ख़तरे के निशान के पार है और लगातार बढ़ रही है।