आगामी बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को घरेलू कर्ज का बोझ घटाने, आम लोगों की जेब में कुछ अधिक पैसा पहुंचा कर  टिकने देने तथा रोजगार रहित आर्थिक वृद्धि को रोजगारपरक उत्पादन व्यवस्था में बदलने पर जोर देना होगा। जाहिर है कि इसके लिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शह पर एक दशक से अपनाई जा रही आर्थिक नीतियों में आमूल चूल बदलाव करना पड़ेगा।