कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए देश के अलग-अलग जगहों पर अप्रैल-मई में लगाए गए लॉकडाउन का अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ने की पूरी आशंका है। स्विटज़रलैंड की संस्था यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया ने अनुमान लगाया है कि चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के दौरान भारत की आर्थिक विकास दर शून्य से 12 प्रतिशत नीचे चली जाएगी।