वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए इस बजट में क्या उपाय करेंगी, यह जल्द ही साफ़ हो जाएगा। यह उनका दूसरा बजट है, पहले बजट में भले ही 5 ट्रिलियन इकॉनमी की बात की गई हो, पर अर्थव्यवस्था बद से बदतर हुई, उसमें कोई सुधार नहीं हुआ।