पुरानी कहावत है 'बूंद-बूंद से घड़ा भरता है।' यहाँ तो पेट्रोल-डीज़ल की बूंदों से केंद्र सरकार और राज्य सरकारें अपनी-अपनी तिजोरी भरने में लगी हैं। हर दूसरे-तीसरे दिन पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों में चवन्नी भर का इज़ाफ़ा होता है। आम आदमी की जेब ढीली होती है।
पेट्रोल-डीज़ल पर चवन्नी बढ़ाकर तिजोरी भर रही है सरकार
- अर्थतंत्र
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- 26 Jun, 2021

पेट्रोल-डीज़ल से सरकार की कमाई के मामले में मोदी सरकार ने तमाम पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल पर टैक्स बढ़ाकर पिछले सात साल में अपनी आमदनी दोगुनी से भी अधिक कर ली है।
'बूंद-बूंद से घड़ा भरने' की कहावत को कहीं पीछे छोड़ते हुए पेट्रोल-डीज़ल की लगातार महंगी होती बूंदों से केंद्र और राज्य सरकारों के ख़जाने समुंदर की तरह लबालब भर रहे हैं।