अब सरकार ने आधिकारिक तौर पर मान लिया है कि इस साल सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर पिछले साल से बहुत नीचे रहेगा। इसका मतलब यह है कि सरकार अब औपचारिक रूप से यह मानती है कि अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है। सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफ़िस (सीएसओ) ने कहा है कि चालू वित्तीय वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 5 प्रतिशत रहेगी। पिछले वित्तीय वर्ष में यह 6.8 प्रतिशत थी।