राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की अहम बैठक मंगलवार को दिल्ली में हो रही है। यह बैठक एनसीपी मुखिया शरद पवार के घर पर हो रही है। इससे पहले भी कुछ विपक्षी दलों की एक बैठक दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में हुई थी।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि विपक्ष आखिर किसे उम्मीदवार बनाएगा क्योंकि इस पद के लिए जितने भी नाम सामने आए सभी ने उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है।
एनसीपी मुखिया शरद पवार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के बाद महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने भी विपक्ष का उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। विपक्ष की बैठक में 17 राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे।
ऐसे में विपक्ष के सामने उम्मीदवार चुनने का भारी संकट पैदा हो गया है जबकि बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए की ओर से कई नाम इस दौड़ में शामिल हैं।
दूसरी ओर बीजेपी भी मंगलवार को अपने संसदीय दल की बैठक करेगी जिसमें वह राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार तय करने की दिशा में आगे बढ़ेगी।
बता दें कि राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा जबकि नतीजे 21 जुलाई को आएंगे। नामांकन की अंतिम तारीख 29 जून है। इस लिहाज से कुछ ही दिन का वक्त एनडीए और विपक्ष के पास बचा है।
विपक्ष एकजुट नहीं
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता की कोशिशों को उस वक़्त जोरदार झटका लगा था जब 5 राजनीतिक दलों ने विपक्ष की पिछली बैठक से किनारा कर लिया था। इन दलों में टीआरएस के अलावा, आम आदमी पार्टी, बीजू जनता दल, शिरोमणि अकाली दल और वाईएसआर कांग्रेस शामिल हैं।
बीजेपी ने 14 सदस्यों का एक पैनल बनाया है जो उम्मीदवार को चुनने की दिशा में काम कर रहा है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को इस पैनल का संयोजक बनाया गया है। बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विपक्ष और एनडीए का साझा उम्मीदवार उतारने को लेकर विपक्षी दलों से बातचीत भी कर चुके हैं लेकिन यह बातचीत परवान नहीं चढ़ सकी है। यह बात तय है कि यदि विपक्ष एकजुट नहीं हुआ तो एनडीए के उम्मीदवार की जीत आसान हो जाएगी।
कौन होगा एनडीए का उम्मीदवार
एनडीए की ओर से संभावित उम्मीदवारों की सूची में जिन शख्सियतों के नाम सबसे ऊपर हैं, उनमें झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, तमिलनाडु की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। इसके अलावा कर्नाटक के राज्यपाल और दलित नेता थावरचंद गहलोत और लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन का नाम राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवारों में लिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और ओडिशा के राज्यपाल जुएल ओरांव का नाम भी चर्चा में है।
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