जहांगीरपुरी लुटियन जोन से सिर्फ 23 किलोमीटर दूर है। आम आदमी पार्टी का लोकल दफ्तर जहांगीरपुरी में है। एमसीडी के बुलडोजर सुबह ही पहुंच गए थे। लेकिन लुटियन जोन का कोई भी नेता और न ही आप का कोई नेता जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध करने के लिए पहुंचा। लोगों ने बीजेपी की बुलडोजर पॉलिटिक्स के दौरान यह इंसाफ भी अपने सामने होते देखा कि जहांगीरपुरी में मस्जिद का गेट तो तोड़ दिया गया लेकिन पड़ोस के मंदिर का गेट छोड़ दिया गया।
बीजेपी की बुलडोजर पॉलिटिक्स के विरोध का मौका चूका विपक्ष
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- 20 Apr, 2022

जहांगीरपुरी में भी बीजेपी बुलडोजर राजनीति को ले आई और विपक्षी दल देश की राजधानी में हो रही इस मनमानी कार्रवाई को बस देखता रह गया। सीपीएम की वृंदा करात जरूर मौके पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश लेकर कार्रवाई रुकवाने पहुंची। विपक्ष की भूमिका दिनोंदिन खत्म होती जा रही है।
बीजेपी के कब्जे वाली एमसीडी ने जहांगीरपुरी हिंसा की आड़ में अतिक्रमण हटाने का ऐलान किया था। यह बहती गंगा में हाथ धोने जैसा था। इसके बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने बयान देकर सुझाव दिया कि एमसीडी वहां बुलडोजर भेजे, ताकि दंगाइयों को सबक सिखाया जा सके। जिस अन्दाज में मध्य प्रदेश, गुजरात और यूपी में बुलडोजर के जरिए एक समुदाय विशेष के कथित अवैध कब्जों को निशाना बनाया गया, वही पैटर्न दिल्ली में भी अपनाने की कोशिश की।