आरएसएस के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने निजाम हैदराबाद की शान में कसीदे पढ़े, उनकी दूरदर्शिता की तारीफ की। यह पहला मौका है जब आरएसएस के किसी सीनियर नेता ने निजाम हैदराबाद की तारीफ की है। भारत की आजादी के समय नई बनी जवाहर लाल नेहरू सरकार और निजाम के रिश्ते तल्ख थे। तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल को हैदराबाद में सेना भेजनी पड़ी थी, उसके बाद निजाम हैदराबाद (7वे) मीर उस्मान अली ने भारत में अपने राज्य को मिलाने की घोषणा की थी। आरएसएस इसलिए निजाम की आलोचना करता रहा है।
आरएसएस ने निजाम हैदराबाद की तारीफ क्यों की, सेकुलर क्यों बताया?
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- 29 Mar, 2025

आरएसएस का रुख निजाम हैदराबाद को लेकर बदल गया है। संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने हैदराबाद के एक कार्यक्रम में निजाम हैदराबाद मीर उस्मान अली खान की तारीफ की है।
हैदराबाद में आरएसएस का रुख बदला हुआ लग रहा है। इंद्रेश कुमार ने यहां हैदराबाद के मुस्लिमों से जुड़े कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। लेकिन जिस कार्यक्रम में उन्होंने निजाम हैदराबाद की तारीफ की, उसमें निजाम के पोते नजफ अली खान भी मौजूद थे। इंद्रेश कुमार ने निजाम हैदराबाद को बहुत दूरदर्शी शख्स बताते हुए कहा कि हैदराबाद में आधुनिक शिक्षा उन्हीं की देन हैं। उसकी निशानियां चारों तरफ बिखरी हुई हैं। वो एक सेकुलर (धर्मनिरपेक्ष) इंसान थे।