मोहन भागवत से लेकर इंद्रेश कुमार तक चुनाव नतीजों को अहंकार से क्यों जोड़ रहे हैं? क्या संघ बीजेपी के ख़िलाफ़ हो गया है या फिर संघ की कुछ और ही ‘चाल’ है?
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइजर के बाद अब एक और बड़े आरएसएस नेता ने बीजेपी पर हमला क्यों किया? जानिए, इंद्रेश कुमार ने चुनाव नतीजों पर क्या कहा।
आरएसएस के तीन प्रमुख नेताओं ने मुस्लिम लीडरशिप के साथ फिर बैठक की है। संघ मुसलमान नेताओं से संपर्क की कोशिश में रहता है लेकिन अगले दिन डीएनए को लेकर बहस छेड़ देता है। कौन लोग हैं जो बातचीत कर रहे हैं और क्या उससे दोनों समुदायों के बीच कोई पुल बनेगा।
आरएसएस का रुख निजाम हैदराबाद को लेकर बदल गया है। संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने हैदराबाद के एक कार्यक्रम में निजाम हैदराबाद मीर उस्मान अली खान की तारीफ की है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह एक बार फिर ख़बरों में हैं। वे मालेगाँव धमाका मामले में मुख्य अभियुक्त हैं। इसी मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ले. कर्नल पुरोहित से पूछा था कि यदि वह निर्दोष हैं तो डर क्यों रहे हैं?
ले. कर्नल पुरोहित अभिनव भारत की बैठकों में भाग लेते रहे, इसके ऑडियो-वीडियो सबूत मौजूद हैं, इसलिए पुरोहित इससे इनकार नहीं कर सकते, न ही उन्होंने ऐसा किया है।
मालेगाँव धमाकों को लेकर ले. कर्नल पुरोहित ने अपने बचाव में उस ख़त का भी हवाला दिया जो उन्होंने इंटेलिजेंस अधिकारी को लिखा था। इसमें उन्होंने बताया था कि आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार का भी ही हाथ था।
साध्वी प्रज्ञा का समर्थन करके संघ उन लोगों को समर्थन दे रहा है जिन्होंने कभी उसके सरसंघचालक मोहन भागवत और बड़े नेता इंद्रेश कुमार की हत्या की साज़िश रची थी।