मालेगाँव धमाकों में हाथ होने के लिए गिरफ़्तार होने के बाद से ले. कर्नल पुरोहित यही कह रहे हैं कि वह सेना के जासूस के तौर पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मालेगाँव धमाकों में 'जिन लोगों का हाथ' था, उनके बारे में मैंने सेना के तीन लोगों को जानकारी दे दी थी। आइए, आज हम जानते हैं कि ले. कर्नल पुरोहित ने इस मामले में किससे क्या कहा था और कब।