मालेगाँव बम कांड की मुख्य अभियुक्त प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भोपाल से खड़ा करने का फ़ैसला किसका है? यदि बीजेपी का है, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए क्योंकि किसी भी मुश्किल चुनाव में हिंदुत्व ही उसका अंतिम ब्रह्मास्त्र होता है और प्रज्ञा को दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ उतारकर वह यही करने की कोशिश कर रही है। लेकिन यदि यह फ़ैसला आरएसएस का है या उसकी इस फ़ैसले में सहमति है, जैसी कि मीडिया में ख़बरें आ रही हैं तो यह बहुत चौंकाने वाली बात है। चौंकाने वाली इसलिए कि ऐसा करके संघ उन लोगों को समर्थन दे रहा है जिन्होंने कभी उसके सरसंघचालक मोहन भागवत और बड़े नेता इंद्रेश कुमार की हत्या की साज़िश रची थी।
मोहन भागवत, इंद्रेश को क्यों मरवाना चाहते थे प्रज्ञा के साथी?
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- 22 Apr, 2019

संघ अपने नेताओं की हत्या करने की साज़िश रचने वाले संगठन की सदस्या प्रज्ञा की उम्मीदवारी का समर्थन क्यों कर रहा है? क्या इसलिए कि संघ के लिए व्यक्ति महत्वपूर्ण नहीं है, लक्ष्य महत्वपूर्ण है और प्रज्ञा की उम्मीदवारी आज की तारीख़ में उसके वृहद हिंदू एकता के दीर्घकालीन लक्ष्य को आगे बढ़ा रही है? संभव है।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश