लोकसभा के पांच चरणों का चुनाव पूरा हो चुका है और सिर्फ दो चरण बाकी हैं। छठे चरण का चुनाव 25 मई को हो रहा है। आंकड़ों के मद्देनजर अगर देखें तो 2019 में पांचवें चरण तक, भाजपा ने 238 सीटें जीती थीं। यानी पांच चरणों में उसे जितनी सीटें मिली थीं, उससे उसकी सरकार नहीं बनने जा रही थी। उसकी सरकार तभी बन सकी जब वो अंतिम चरणों में बेहतर प्रदर्शन कर सकी थी। सरकार बनने या न बनने की कुंजी इन्हीं दो चरणों में है। इसलिए छठा और सातवां यानी अंतिम चरण एनडीए और इंडिया गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
छठे चरण में जीते तो जीते, हारे तो हारेः यह राउंड NDA और इंडिया के लिए क्यों खास
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- 25 May, 2024
छठा चरण इंडिया गठबंधन और एनडीए गठबंधन दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर इस चरण में एनडीए की प्रमुख पार्टी भाजपा 2019 का अपना पिछला प्रदर्शन दोहरा पाई तो उसे सत्ता में आने से कोई रोक नहीं सकता। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस, सपा और आरजेडी अपने-अपने इलाकों में अगर ठीकठाक सीटें निकाल पाएं तो वो एनडीए सरकार बनने का ख्वाब देख रहे लोगों को मंसूबों पर पानी फेर सकते हैं। जानिए कैसे खास है दोनों गठबंधनों के लिए यह चुनावः
