महाराष्ट्र और झारखंड में मतदान से दो दिन पहले चुनाव आयोग ने संतुलन बनाते हुए कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा को भी नोटिस दिया। हालांकि आयोग के पास सबसे ज्यादा शिकायतें कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों की ज्यादा पहुंचीं लेकिन उसने पहली बार भाजपा को नोटिस दिया। चुनाव आयोग के खिलाफ कांग्रेस, झामुमो, आरजेडी, सपा, शिवसेना यूबीटी ने बहुत शिकायतें की लेकिन आयोग ने ज्यादा परेशान विपक्ष को किया। लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के साम्प्रदायिक भाषणों पर आयोग ने आंखें बंद कर ली थीं, जबकि उनके खिलाफ भी शिकायतें हुई थीं।