विपक्षी दलों के नेताओं ने इज़राइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर सरकार की साफ़ नीति नहीं होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सरकार भ्रमित है। उनकी ऐसी प्रतिक्रिया तब आई है जब इज़राइल-हमास युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र में आए प्रस्ताव से भारत ने खुद को अलग कर लिया है। प्रस्ताव में इज़राइल-हमास संघर्ष में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान किया गया था। सरकार के इस फ़ैसले के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और आरजेडी नेता लालू यादव जैसे नेताओं ने सरकार के रुख की आलोचना की है।
सरकार इज़राइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भ्रमित: यूएन वोट के बाद विपक्षी नेता
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- 28 Oct, 2023
इज़राइल-हमास युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र में आए प्रस्ताव पर भारत सरकार के रुख का विपक्षी दलों ने आलोचना की है। जानिए इन्होंने क्या कहा।

शरद पवार ने शनिवार को कहा कि फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत सरकार में भ्रम की स्थिति है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछली सरकारों में ऐसा भ्रम कभी नहीं देखा और देश के इतिहास में भारत की नीति हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन करने की रही है, न कि इज़राइल का। शरद पवार ने सरकार के भीतर अलग-अलग राय का भी हवाला दिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इज़राइल के साथ एकजुटता व्यक्त की थी तो बाद में विदेश मंत्रालय ने कुछ अलग राह पकड़ी।