'ऑपरेशन दुर्योधन' ने देश के संसदीय इतिहास में पहली बार संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे लेने के अपराध का सबूत के साथ पर्दाफ़ाश किया था।  भारत में खोजी पत्रकारिता के इतिहास में एक नया मानदंड स्थापित करने वाली टीवी रिपोर्ट के चलते विभिन्न पार्टियों के 11 सांसदों की लोकसभा और राज्यसभा की सदस्यता ख़त्म कर दी गयी थी। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे आरोप ने 18 साल पुरानी इस घटना की याद ताज़ा कर दी।