किसान संगठनों की एकता के आह्वान के बाद प्रमुख किसान संगठनों की बैठक सोमवार 13 जनवरी को पटियाला जिले में हो रही है। पहले यह बैठक 15 जनवरी को तय थी। लेकिन सरकार की नीयत को देखते हुए और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की चिन्ताजनक हालत को देखते हुए यह बैठक 13 जनवरी को ही बुला ली गई। डल्लेवाल के मरणव्रत का सोमवार को 49वां दिन है। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों को बैठे हुए 333 दिन हो चुके हैं ! केंद्र सरकार ने किसानों को अब उनके हाल पर छोड़ दिया है।
किसान संगठन आ रहे हैं एक मंच पर, कितना कामयाब होंगे?
- देश
- |
- |
- 13 Jan, 2025
सरकार जब पिछले दरवाजे से रद्द किये जा चुके तीनों कृषि कानूनों को फिर से लाने की कोशिश में जुट गई है, तो दूसरी तरफ किसान संगठन भी अब एक मंच पर आने की तैयारी में जुट गये हैं। हाल ही में राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा और एसकेएम (अराजनीतिक) अपनी अलग-अलग किसान महापंचायते करते दिखे थे। लेकिन सरकार की रणनीति और किसान नेता डल्लेवाल की बिगड़ती हालत ने उन्हें एकजुटता के लिए मजबूर किया है। जानिये पूरा घटनाक्रमः
