ऐसे समय जब 'ग्लोबल विलेज' यानी 'भूमंडल गाँव' की कल्पना की जा रही है जहाँ आर्थिक विकास और अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए हर तरह की स्थानीय अड़चनों को दूर किया जा रहा है, हरियाणा सरकार ने निजी कंपनियों से कहा है कि वह अपनी ज़रूरत के 75 प्रतिशत कर्मचारी राज्य से रखें। इससे जुड़ा अधिनियम राज्य विधानसभा से पारित हो चुका है और राज्यपाल ने उस पर मुहर भी लगा दी है।
निजी क्षेत्र में आरक्षण से बढ़ेगी बेरोज़गारी?
- हरियाणा
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- 5 Mar, 2021

हरियाणा सरकार ने निजी कंपनियों से कहा है कि वह अपनी ज़रूरत के 75 प्रतिशत कर्मचारी राज्य से रखें। इससे जुड़ा अधिनियम राज्य विधानसभा से पारित हो चुका है और राज्यपाल ने उस पर मुहर भी लगा दी है।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या इससे हरियाणा स्थित कंपनियों को दिक्क़त होगी? प्रतिस्पर्द्धा में दूसरे राज्यों की कंपनियों से पिछड़ जाएंगी? क्या उन्हें मनमाफ़िक प्रतिभावान लोग नहीं मिलेंगे? लेकिन इसके साथ ही यह सवाल भी उठता है कि ऐसे समय जब सरकारी नौकरियाँ सिकुड़ती जा रही हैं, सर्वोच्च बेरोज़गारी वाला राज्य क्या करे?