...तो एक और सहयोगी दल बीजेपी से नाराज हो गया। शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए समझौता नहीं हो पाया। दिल्ली की चार सीटों पर अकाली दल के उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने की चर्चा थी। हरिनगर, राजौरी गार्डन, कालकाजी और शाहदरा, ये चार सीटें हैं जिन पर अकाली दल के उम्मीदवारों को लड़ाया जाना था। इसीलिए बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में इन चारों सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए थे। 2015 के चुनाव में भी बीजेपी ने ये चारों सीटें अकालियों के लिए छोड़ी थीं लेकिन अकाली दल उस वक्त एक भी सीट नहीं जीत सका था। इसके बाद 2017 में जब राजौरी गार्डन सीट पर उपचुनाव हुआ तो उसके उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा यहां से विजयी हुए।
नागरिकता क़ानून: अकाली दल ने छोड़ा बीजेपी का साथ; दिल्ली में होगा नुक़सान?
- दिल्ली
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- 21 Jan, 2020

अकाली दल के चुनाव न लड़ने के फ़ैसले से अगर बीजेपी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में नुक़सान हुआ तो वह इस जख्म को कभी भूल नहीं पाएगी।