अब यह सिर्फ बाज़ार का फंडा नहीं रहा कि आकर्षक पैकेजिंग करो और फिर एग्रेसिव मार्केटिंग के साथ अपना माल ग्राहकों तक पहुंचा दो। अब ये राजनीति के भी मुख्य आधार हो गए हैं। ब्रांड मोदी और ब्रांड केजरीवाल दोनों इसके बड़े उदाहरण हैं। दूसरी तरफ पैकेजिंग और मार्केटिंग की सही रणनीति न बन पाने के कारण राहुल गांधी का जो हाल हो रहा है, वह भी सभी के सामने है।
'आप' को भारी न पड़ जाए शाहीन बाग़ आन्दोलन के पीछे बीजेपी का हाथ बताना!
- दिल्ली
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- 20 Aug, 2020

बीजेपी में हाल ही में शामिल हुए शहजाद अली को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने हैं। अली को शाहीन बाग़ आन्दोलन से जुड़ा बताया गया है।
इसी पैकेजिंग और मार्केटिंग की नीति पर चलते हुए बीजेपी ने शाहीन बाग़ का खेल खेला है।
बीजेपी ने शहजाद अली और उनके साथ आए करीब 200 लोगों को पार्टी में शामिल करने के लिए बड़ा शो आयोजित किया। बताया गया कि शहजाद अली एक मुसलिम संगठन राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के पूर्व सचिव हैं और शाहीन बाग़ के धरने में उनकी अहम भूमिका थी। इसके साथ भी जिन और लोगों को सामने लाया गया, उन्हें भी शाहीन बाग़ आन्दोलन में जुटे लोगों में से ही बताया गया।