दिल्ली के छावला में 2012 में हुए सामूहिक दुष्कर्म व हत्याकांड मामले का दिल्ली महिला आयोग यानी डीसीडब्ल्यू ने संज्ञान लिया है। इसने बुधवार को डीसीपी को पत्र लिखकर मृतक के परिवार की सुरक्षा के लिए उठाए गए उपायों के बारे में जानकारी मांगी है। मीडिया में पीड़िता की मां का बयान आया है कि 'मैं हार गई हूँ...'। लोग अब इस मामले की निर्भया मामले से तुलना करने लगे हैं। आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है और यह मामला चर्चा में क्यों है?