पिंजड़ा तोड़ आन्दोलन की कार्यकर्ता और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की छात्रा देवांगना कलिता को दिल्ली में हिंसा फैलाने के मामले में ज़मानत मिल गई है। लेकिन पुलिस ने एक दूसरे मामले में उन पर अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेन्शन एक्ट यानी यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर रखा है। लिहाज़ा, कलिता तुरन्त जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी। वह मई के अंतिम हफ़्ते से ही जेल में हैं।