कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने आज से रात के कर्फ़्यू की घोषणा की है। यह कर्फ्यू रात के 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा। यह फ़ैसला 30 अप्रैल तक के लिए लागू होगा। पिछले हफ़्ते ही अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अभी तक कोरोना को लेकर लॉकडाउन लगाने संबंधी किसी संभावना पर विचार नहीं किया गया है।
लेकिन एक दिन पहले ही सरकार ने 100 से अधिक बेड वाले निजी अस्पतालों में कोरोना मरीज़ों के लिए 30 फ़ीसदी बेड आरक्षित करने के लिए कहा है। इन अस्पतालों में सामान्य बेड के अलावा आईसीयू बेड भी कोरोना मरीज़ों के लिए आरक्षित करने होंगे।
यह फ़ैसला तब लिया गया है जब दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों से संक्रमण के मामले बढ़े हुए हैं और 3 हज़ार से ज़्यादा केस आने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सोमवार को देश की राजधानी में 3548 संक्रमण के मामले आए हैं और 15 लोगों की मौत हुई है। इससे एक दिन पहले रविवार को शहर में 4000 संक्रमण के मामले आए थे। यह पिछले चार महीनों में सबसे ज़्यादा आँकड़ा है।
इसके साथ ही अब दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या काफ़ी ज़्यादा बढ़ गई है और शहर में मौजूदा समय में 14 हज़ार 589 केस हैं। हर रोज़ संक्रमण के मामले बढ़ने से यह संख्या और बढ़ने की आशंका है। यह इसलिए भी है कि महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में पिछली बार से ज़्यादा तेज़ी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार को आशंका है कि अस्पतालों में कहीं बेड और दूसरी सुविधाएँ कम न पड़ जाएँ।
हालाँकि पिछले शुक्रवार को ही अरविंद केजरीवाल ने बैठक में सख़्त फ़ैसले लेने के प्रति अनिच्छा जताई थी। उन्होंने साफ़ कहा था कि दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। हालाँकि इसके साथ ही केजरीवाल ने यह भी कहा था कि दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर है।
केजरीवाल ने कहा था, 'हम घटनाक्रम पर बहुत कड़ी नज़र रख रहे हैं। पहली और चौथी लहर के बीच का अंतर यह है कि बहुतों का होम क्वरेंटीन में ही इलाज नहीं किया जा रहा है। फ़िलहाल के लिए लॉकडाउन लागू करने की कोई योजना नहीं है। यदि भविष्य में ऐसी ज़रूरत हुई तो हम लोगों के साथ चर्चा करेंगे और एक ज़रूरी निर्णय लेंगे। लेकिन अभी तक, कोई लॉकडाउन नहीं है।'
अब जो रात के कर्फ्यू की घोषणा की गई है उसको लेकर अधिकारियों ने कहा कि रात में कर्फ्यू के दौरान ट्रैफिक की आवाजाही नहीं रोकी जाएगी और टीकाकरण के लिए जाने वालों को ई-पास की अनुमति दी जाएगी।
राज्य के अंदर या एक राज्य से दूसरे राज्यों में आवाजाही पर कोई रोक नहीं होगी। आवश्यक सेवाओं और खुदरा विक्रेताओं में जिन्हें राशन, किराना स्टॉक, सब्जियां, दूध और दवाओं की ज़रूरत होगी उन्हें भी इसी तरह के पास के साथ अनुमति दी जाएगी। और प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों को भी।
निजी डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को आईडी कार्ड के साथ आने-जाने की अनुमति होगी। गर्भवती महिलाओं और उपचार की ज़रूरत वाले लोगों को भी छूट दी जाएगी।
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