कोरोना संक्रमण के मामले दिल्ली में बुधवार को तेज़ी से बढ़े हैं। बुधवार को एक दिन पहले की तुलना में 60 फ़ीसदी मामले बढ़े हैं। जानिए, दिल्ली सरकार ने अब क्या उठाए हैं क़दम।
दिल्ली सहित कई शहरों में कोरोना संक्रमण के मामलों के बढ़ने के बीच ही अब कोरोना प्रोटोकॉल की फिर से वापसी क्यों हो रही है? क्या महामारी का ख़तरा फिर से बढ़ रहा है?
एक सर्वेक्षण में दिल्ली में कोरोना संक्रमण को लेकर जो दावा किया गया है वह चौंकाने वाला है। यदि इस दावे में सचाई है तो जानिए क्यों कोरोना पर राष्ट्रीय राजधानी में ख़तरनाक स्थिति हो सकती है।
दिल्ली में न सिर्फ़ कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं बल्कि पॉजिटिविटी दर भी बढ़ गई है। तो क्या देश में फिर से संक्रमण के मामले में स्थिति ख़राब होने की आशंका है?
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले शुक्रवार को भले ही कम आए हैं, लेकिन पॉजिटिविटी दर बढ़ी है। तो फिर दिल्ली सरकार किस आधार पर कह रही है कि स्थिति ज़्यादा ख़राब नहीं है?
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज ही कुछ देर पहले कहा था कि कोरोना मामले स्थिर हो गए हैं और प्रतिबंध हटाए जा सकते हैं, लेकिन आज ही तेजी से संक्रमण के मामले बढ़ गए।
कोरोना संक्रमण के मामले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई में आज भी चिंताजनक स्थिति में रहे। जानिए दिल्ली में पॉजिटिविटी दर क्यों है बड़ी चिंता की वजह।
दिल्ली में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के मामले पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 8 मई के बाद सबसे ज़्यादा आए हैं। जानिए राष्ट्रीय राजधानी में क्या हैं हालात।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लागू करने का फ़ैसला किया है। बता दें कि बीते कुछ दिनों में दिल्ली में कोरोना के मामले तेज रफ्तार से बढ़े हैं।