दिल्ली में सोमवार को कोरोना संक्रमण के 19 हज़ार 166 मामले आए। यह एक दिन पहले से क़रीब साढ़े तीन हज़ार कम है। लेकिन चिंता की बात यह है कि पॉजिटिविटी दर 25 फ़ीसदी हो गई है। यानी कोरोना की जाँच कराने वाला हर चौथा व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। तो सवाल है कि क्या संक्रमण के मामले कम इसलिए आए क्योंकि जाँच कम हुई?
दिल्ली में सोमवार को 25 फ़ीसदी आई पॉजिटिविटी रेट 5 मई के बाद सबसे ज़्यादा है। वैसे, सोमवार को जो रिपोर्ट आई है वह रविवार या शनिवार को जाँच कराने वालों की होती है। और वीकेंड के दिन आम तौर पर जाँच कम होती है। ऐसा अक्सर देखा जाता रहा है कि सोमवार को पॉजिटिव रिपोर्ट आम तौर पर हफ़्ते के दूसरे दिनों की तुलना में कम होती है।
दिल्ली की तरह ही मुंबई में भी सोमवार को मामले कम आए हैं। देश की आर्थिक राजधानी में सोमवार को कोरोना संक्रमण के 13,648 नए मामले सामने आए। जबकि मुंबई में पिछले कई दिनों से लगातार 20 हज़ार मामले आ रहे थे। सोमवार को कुल 59,242 नमूनों का परीक्षण किया गया। दिल्ली की तरह मुंबई में भी पॉजिटिविटी दर ज़्यादा आई है और वहाँ यह 23 प्रतिशत है।
बहरहाल, दिल्ली में अब 65,806 सक्रिय मामले हो गए हैं जो 15 मई के बाद से सबसे अधिक हैं। 44,028 मरीज होम-आइसोलेशन में हैं और ठीक होने की दर 94.20 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में करीब 14,076 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है।
दिल्ली के समर्पित कोविड अस्पतालों में कुल 1999 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 87 के संक्रमित होने की आशंका है और 1912 मरीजों की पुष्टि हुई है। वर्तमान में कोविड अस्पतालों में लगभग 15% बेड भरे हुए हैं।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार सुबह ही पिछले एक दिन का आंकड़ा जारी किया है। उसमें
बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 1,79,723 नए मामले सामने आए हैं। ये मामले बीते दिन के मामलों से 12.6% फ़ीसदी ज्यादा हैं। रविवार को कोरोना के 1,59,632 मामले सामने आए थे।
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