दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में जो तेज़ी आई है वह क्या ओमिक्रॉन की वजह से है? दिल्ली में दो दिन के सैंपल की रिपोर्ट तो कम से कम ऐसा ही इशारा कर रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि दो दिन में जाँच किए गए सैंपल के 84 फ़ीसदी मामले ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण के आए हैं।
उन्होंने कहा है कि 30-31 दिसंबर की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट में 84 प्रतिशत नमूनों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया है। इससे पहले 30 दिसंबर को उन्होंने कहा था कि दो दिन पहले लिए गए 115 नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद 46 मामले ओमिक्रॉन के पाए गए थे। यानी क़रीब 40 फ़ीसदी केस नये वैरिएंट के थे।
ओमिक्रॉन संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैलने वाला वैरिएंट है और कहा जा रहा है कि यह डेल्टा वैरिएंट से भी कम से कम 3 गुना ज़्यादा तेज गति से फैलता है। इस नये वैरिएंट के फैलने के बाद संक्रमण के मामलों में उछाल आया है। सोमवार को ही दिल्ली के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में कोरोना वायरस के लगभग 4,000 नए मामले दर्ज किए गए हैं और पॉजिटिविटी दर बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गई है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत में 23 राज्यों में फैल गया है। महाराष्ट्र में अब तक सबसे ज़्यादा 510 मामलों की पुष्टि हुई है जबकि दूसरे स्थान पर दिल्ली है जहाँ नये वैरिएंट के मामले 351 आए हैं।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और क्लीनिकों में मेडिकल स्टाफ की कोई कमी नहीं है। शहर में कोविड-19 के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ विशेषज्ञों ने कहा है कि मामले एक सप्ताह में चरम पर पहुंच जाएंगे, लेकिन यह अभी केवल एक अनुमान है।
राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ रहे ओमिक्रॉन के संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि अधिकांश संक्रमण हल्के हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि आँकड़े बताते हैं कि दूसरी लहर के दौरान आए मामलों की अपेक्षा ताज़ा मामलों का प्रभाव कमतर है।
उन्होंने कहा कि भले ही मामले बढ़े हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम हुई है। यह एक अच्छा संकेत है।
बता दें कि पूरे देश में सोमवार को कोरोना के 33,750 नए मामले सामने आए हैं। रविवार को कोरोना के मामलों की संख्या 27,553 थी। कोरोना के मामलों में 22 फ़ीसदी का उछाल आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 1,45,582 है।
भारत में ओमिक्रॉन के अब तक 1700 मामले सामने आए हैं। ओमिक्रॉन के मामलों में महाराष्ट्र एक नंबर पर है। यहाँ इस नये वैरिएंट के 510 मामले हैं जबकि दिल्ली में 351 मामले हैं।
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