आर्यन खान ड्रग्स मामले के बाद सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को वापस राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) में भेज दिया गया है। क्योंकि उनका एनसीबी में कार्यकाल 31 दिसंबर 2021 को समाप्त हो गया है।
इससे पहले समीर वानखेड़े पर राकांपा नेता नवाब मलिक बार-बार आरोप लगा चुके हैं। समीर वानखेड़े को अब डीआरआई में स्थानांतरित कर दिया गया है। 2008 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के अधिकारी समीर वानखेड़े को डीआरआई से एनसीबी में 2020 में डेपुटेशन पर भेजा गया था।
एनसीबी में आने के बाद वो कई विवादों में आ गए। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने उनके खिलाफ लगातार कई सनसनीखेज खुलासे किए। अभी कल उन्होंने आडियो क्लिप जारी करते हुए आरोप लगाया था कि कुछ बीजेपी नेता समीर वानखेड़े को एनसीबी में बनाये रखने के लिए लामबंदी कर रहे हैं, जबकि उनका कार्यकाल 31 दिसम्बर को खत्म हो चुका है।नवाब मलिक के आडियो क्लिप जारी करने के बाद केंद्र सरकार दबाव में आ गई। उसने आज सूत्रों के हवाले से खबर बताई कि समीर वानखेड़े का कार्यकाल एनसीबी में नहीं बढ़ाया गया है, उन्हें डीआरआई में वापस बुला लिया गया है।
हाल ही में एक क्रूज पर छापा मारकर समीर वानखेड़े ने नवाब मलिक के दामाद समीर खान, मशहूर एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान, अरमान कोहली जैसे कई लोगों को कथित तौर पर ड्रग्स रखने के आरोप में हिरासत में लिया था। मामले की जांच आगे बढ़ी तो जांच अधिकारियों ने कोर्ट में स्वीकार किया कि आर्यन खान के पास से सिर्फ मोबाइल मिला है। जबकि समीर वानखेड़े आर्यन के पास से 6 ग्राम चरस बरामद करने का दावा कर रहे थे। समीर वानखेड़े विवादों में इसलिए भी आये कि वो क्रूज पर छापा मारने प्राइवेट डिटेक्टिव और मीडिया को लेकर गए थे। कुल मिलाकर पूरी भूमिका ही संदिग्ध हो गई। इस घटनाक्रम के बाद मंत्री नवाब मलिक ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नवाब मलिक के आरोपों का समीर वानखेडे़ और उनके परिवार ने हालांकि खंडन भी किया। लेकिन विवाद बना रहा।
नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया था कि समीर मुस्लिम पैदा हुए थे, लेकिन फर्जी जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करके अनुसूचित जाति के कोटे में उन्हें नौकरी मिल गई। हालांकि, वानखेड़े ने आरोपों से इनकार किया और उनके पिता ने मलिक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया।
समीर वानखेड़े तब भी चर्चा में आए थे, जब 2021 की शुरुआत में ही गोवा में ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया था। इस ऑपरेशन में उन्होंने 2 आरोपी महिलाओं को गोवा से गिरफ्तार किया था। ऑपरेशन के दौरान, उन्होंने 1.30 किलोग्राम भांग, 49 गोलियां, 1 ग्राम एमडीएमए पाउडर, 25 ग्राम एम्फ़ैटेमिन, 2.2 ग्राम कोकीन और एक वाहन जब्त किया।
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