आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्र सरकार से जाट समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की सूची में शामिल करने का आग्रह किया, जिससे शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण की सुविधा मिल सके। उन्होंने केंद्र पर पिछले 10 साल से जाटों को धोखा देने का आरोप लगाया और आरोप लगाया कि बीजेपी को जाटों की याद तभी आती है जब चुनाव करीब आता है। केजरीवाल का जाट प्रेम इस वर्ग के मतदाताओं में पूरा नैरेटिव बदल सकता है। और भाजपा को नुकसान हो सकता है। अभी सिर्फ भाजपा के पास प्रमुख जाट चेहरे हैं, जिनमें आप से भाजपा में गये कैलाश गहलोत और विवादित बयान देने के लिए चर्चित पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा शामिल हैं। प्रवेश वर्मा तो केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली विधानसभा सीट से पार्टी टिकट पर चुनाव भी लड़ रहे हैं।
केजरीवाल ने दिल्ली में जाटों को ओबीसी लिस्ट में रखने की मांग क्यों की?
- दिल्ली
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- 9 Jan, 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने जाटों को ओबीसी सूची में शामिल करने के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा है। केजरीवाल ने गुरुवार 9 जनवरी को इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात भी रखी। लेकिन केजरीवाल ने जाटों के लिए आरक्षण का दांव क्यों खेला, इस राजनीति को समझियेः
