विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में शामिल होने वाले और कथित नफ़रती भाषण से सुर्खियों में रहे इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। भले ही संसद में उनके ख़िलाफ़ दिए गए महाभियोग प्रस्ताव नोटिस को खारिज कर दिया गया है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की सख्ती अभी भी कम नहीं हुई है। कॉलेजियम द्वारा तलब किए जाने के तीन सप्ताह बाद भारत के मुख्य न्यायाधीश ने अब इस मुद्दे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट से नई रिपोर्ट मांगी है। तो सवाल है कि क्या उनके ख़िलाफ़ कोई जाँच या कार्रवाई जैसा क़दम उठाया जाएगा?