जेएनयू में रविवार शाम यानी पाँच जनवरी को हिंसा के दौरान वीडियो में दिखी मास्क लगाई लड़की की पहचान का दावा किया गया है। हालाँकि ऐसा दावा सोशल मीडिया पर काफ़ी पहले से ही किया जा रहा है, लेकिन अब ख़बरों, वीडियो और दूसरे तथ्यों की पड़ताल करने वाली वेबसाइट ने इसकी पड़ताल की है। इसमें वह लड़की एबीवीपी की एक कार्यकर्ता बताई गई है। यह पड़ताल पुलिस द्वारा किए गए दावों के उलट है। जेएनयू हिंसा की जाँच के लिए बनाई गई एसआईटी ने शुक्रवार को ही जो कहा है उसमें अधिकतर वामपंथी विचारधारा से जुड़े छात्र संगठनों और उनके कार्यकर्ताओं का नाम लिया गया है। इसने न तो एबीवीपी का ज़िक्र किया है और न ही उस नक़ाबपोश लड़की के बारे में।