जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। उम्मीद थी कि पुलिस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कुछ बड़ा ख़ुलासा ज़रूर करेगी क्योंकि घटना को छह दिन बीत चुके थे। लेकिन पुलिस ने जो कुछ कहा, उससे नहीं लगता कि पुलिस ने इतने दिनों में जेएनयू के अंदर गुंडई करने वाले नक़ाबपोशों को सामने लाने को लेकर थोड़ी सी भी कसरत की हो।