दिल्ली दंगों के दौरान मारे गए इंटेलीजेंस ब्यूरो के नौजवान अफ़सर अंकित शर्मा की हत्या दो पक्षों को शांत कराने के दौरान हुई थी। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को अदालत में दाख़िल की गई चार्जशीट में कहा है कि शांत कराने के दौरान हथियारबंद दंगाइयों ने आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के उकसावे पर अंकित को पकड़ लिया और घसीटते हुए ले गये। इसके बाद उसकी हत्या कर शव नाले में डाल दिया। चार्जशीट में लिखा है कि अंकित के शव पर धारदार हथियारों के 51 निशान थे।