ईडी ने शुक्रवार को फिर से अरविंद केजरीवाल को समन भेजा है। दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह तीसरा समन है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को 3 जनवरी को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। ईडी ने अपना पिछला समन 18 दिसंबर को जारी किया था, जिसमें केजरीवाल को 21 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा गया था। लेकिन वह पेश नहीं हुए।
पिछले समन पर केजरीवाल ने गुरुवार को अधिकारियों के सामने पेश नहीं होने का फैसला किया और 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान शिविर के लिए रवाना हो गए। ईडी के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने गुरुवार को समन को अवैध और राजनीति से प्रेरित करार दिया और कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
अरविंद केजरीवाल को कथित तौर पर हुए दिल्ली शराब घोटाले मामले में पिछली बार जब 2 नवंबर को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था तब भी वह उपस्थित नहीं हुए थे। उस समय उन्होंने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी व्यस्तताओं का हवाला देकर आने में असमर्थता जताई थी।
केजरीवाल ने कहा, 'मैं हर कानूनी समन स्वीकार करने को तैयार हूं। हालाँकि, ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह अवैध और राजनीति से प्रेरित है। समन वापस लिया जाए। मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ बिताया है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।' दूसरे समन के बाद केजरीवाल ने जांच एजेंसी को 6 पेज का जवाब भेजा।
बता दें कि जब से अरविंद केजरीवाल को ईडी का पहला समन भेजा गया है तब से उनकी गिरफ्तारी के कयास लगाए जा रहे हैं। इस तीसरे समन के बाद भी पेश नहीं होने पर उनके ख़िलाफ़ गैर जमानती वारंट जारी किया जा सकता है। इसी मामले में आप के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और एक अन्य नेता संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
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