दिल्ली दंगे में एक बहुत ही ख़तरनाक ट्रेंड दिखता है। इसमें जितने भी लोगों की मौत हुई है उसमें से अधिकतर लोगों को गोली लगी थी। घायलों में भी बहुत बड़ी संख्या उनकी है जिन्हें गोली लगी है। दंगों में या हिंसा की ऐसी घटनाओं में आम तौर पर ऐसा नहीं देखा जाता है कि इस स्तर पर बंदूक जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया जाता हो। पहले ऐसे मामलों में पत्थर, रॉड या चाकू जैसे हथियारों के हमले से हताहत होने के मामले ज़्यादा आते थे। तो इतने बड़े पैमाने पर बंदूक जैसे हथियार इस्तेमाल किए जाने का कारण क्या है? क्या इस हिंसा की पहले से ही तैयारी थी और इसलिए पहले से ही ऐसे हथियार इकट्ठे किए गए थे? रिपोर्टें हैं कि अब पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है।
दिल्ली दंगा: गोली से 82 घायल, बड़े स्तर पर बंदूकों का इस्तेमाल, पहले से थी तैयारी?
- दिल्ली
- |
- |
- 28 Feb, 2020
दिल्ली दंगे में एक बहुत ही ख़तरनाक ट्रेंड दिखता है। इसमें जितने भी लोगों की मौत हुई है उसमें से अधिकतर लोगों को गोली लगी थी। घायलों में भी बहुत बड़ी संख्या उनकी है जो गोली लगने से घायल हुए हैं।
