बाक़ी जुमलों की तरह यह जुमला भी आपने अक्सर सुना होगा कि दिल्ली क्राइम कैपिटल बन गई है। मगर यह 15 लाख वाले जुमले जैसा नहीं है और न ही यह नई तरह की राजनीति करने जैसा है। यह जुमला आम जनता के लिए एक पीड़ा बन गया है, एक कसक बन गया है। दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरा एनसीआर अपराधियों के रहमो-करम पर है। इस बारे में करवा चौथ से ठीक पहले सुप्रीम कोर्ट के एक जज की टिप्पणी बड़ी ही सामयिक लगती है कि अब महिलाओं ने सुहाग की निशानी मंगलसूत्र ही पहनना छोड़ दिया है।