बाक़ी जुमलों की तरह यह जुमला भी आपने अक्सर सुना होगा कि दिल्ली क्राइम कैपिटल बन गई है। मगर यह 15 लाख वाले जुमले जैसा नहीं है और न ही यह नई तरह की राजनीति करने जैसा है। यह जुमला आम जनता के लिए एक पीड़ा बन गया है, एक कसक बन गया है। दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरा एनसीआर अपराधियों के रहमो-करम पर है। इस बारे में करवा चौथ से ठीक पहले सुप्रीम कोर्ट के एक जज की टिप्पणी बड़ी ही सामयिक लगती है कि अब महिलाओं ने सुहाग की निशानी मंगलसूत्र ही पहनना छोड़ दिया है।
क्या सिर्फ़ वीआईपी के लिए ही रह गई है दिल्ली पुलिस?
- दिल्ली
- |
- |
- 17 Oct, 2019

अगर सिर्फ़ वीआईपी से लूटपाट करने वाला ही पकड़ा जाएगा तो ऐसी घटनाओं का शिकार आम आदमी ज़रूर सवाल उठाएगा कि आख़िर उनके साथ हुई लूटपाट के अपराधी खुले क्यों घूम रहे हैं।