दिल्ली में कोरोना कितने भयानक तरीक़े से फैल रहा है, इसका अंदाज़ा आप कैसे लगाएँगे- ज़ाहिर है कि आप कुल मरीज़ों की तादाद देखेंगे और साथ ही यह भी देखेंगे कि कोरोना ने कितने लोगों की जान ली है। इसके आधार पर ही आप सरकार के काम की समीक्षा भी कर लेंगे। अगर कोई सर्वे करने आए और आपसे यह पूछे कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोरोना में कैसा काम किया है तो ज़ाहिर है कि आपके दिमाग़ में मौतों के सरकारी आँकड़े ही होंगे। ऐसे एक सर्वे ने केजरीवाल को 65 फ़ीसदी से ज़्यादा वोट दिलाकर नंबर वन पर रखा भी है।
क्या केजरीवाल सरकार कोरोना मौतों को छुपा रही है?
- दिल्ली
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- 24 May, 2020

एक रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ही 9 मई तक 116 मौतें रिपोर्ट हो चुकी हैं तो भला दिल्ली सरकार कैसे यह दावा कर सकती है कि सिर्फ़ 66 मौतें ही हुई हैं।
ऐसे में दिल्ली में कोरोना से हुई मौतों के विवाद ने केजरीवाल के नंबर वन होने पर सवाल उठा दिए हैं। मौतों का यह विवाद ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के साथ शुरू हुआ। 9 मई तक दिल्ली सरकार बता रही थी कि राजधानी में अब तक 66 मौतें हुई हैं। ज़ाहिर है कि मार्च से लेकर मई की शुरुआत तक के 50 दिनों में अगर दिल्ली में सिर्फ़ 66 लोगों की जान गई हो तो वह इस लिहाज़ से ज़्यादा श्रेय लेने वाली बात बनती है कि हज़ारों की जान बचाई गई है। उस रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ही 9 मई तक 116 मौतें रिपोर्ट हो चुकी हैं तो भला दिल्ली सरकार कैसे यह दावा कर सकती है कि सिर्फ़ 66 मौतें ही हुई हैं।