दिल्ली के आगामी चुनाव में रोहिंग्या मुसलमान फिर से राजनीतिक विवाद के केंद्र में आ गए हैं। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों को दिल्ली में लाकर "अवैध रूप से बसाया।"

भाजपा का आरोप है कि आप ने पिछले एक दशक में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को अवैध रूप से मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने में मदद की। क्योंकि इतने ही वर्षों से दिल्ली में उसकी सरकार है। इसके जवाब में आप ने रविवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के दो साल से अधिक पुराने बयान को उछाल दिया जिसमें वो कह रहे हैं कि रोहिंग्या शरणार्थियों को बक्करवाला में सस्ते फ्लैट में स्थानांतरित किया जाएगा। हालांकि बाद में केंद्र सरकार ने हरदीप पुरी के ही इस बयान का का खंडन कर दिया था।