दिल्ली में 8 फ़रवरी को मतदान होना है और यह विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों के लिए ही बहुत अहम है। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत मिलने के बाद बीजेपी ने कभी नहीं सोचा था कि महाराष्ट्र में वह सरकार नहीं बना पाएगी और हरियाणा में उसे सरकार बनाने के लाले पड़ जाएंगे। 2018 में वह राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सत्ता भी गंवा चुकी है। झारखंड में भी जिस आसानी से कांग्रेस ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर बीजेपी को राज्य की सत्ता से हटाया है, उससे पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की आभा धूमिल पड़ गई है। वह भी तब, जब पिछले छह महीनों में मोदी सरकार ने धारा-370, राम मंदिर और नागरिकता संशोधन क़ानून जैसी तुरूप की चालें भी चली हैं। इसके बावजूद भी अगर बीजेपी सत्ता से बाहर होती जा रही है तो यह उसके लिए चिंतित करने वाली बात है और उसे दिल्ली में अपना वनवास ख़त्म करना ही होगा।