दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) का चेहरा कौन होगा, इस सवाल का जवाब तो सभी जानते हैं। ज़ाहिर है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा कोई और हो ही नहीं सकता। भले ही पिछले पांच सालों में केजरीवाल के मुक़ाबले उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली पर ज़्यादा ध्यान दिया है लेकिन केजरीवाल के सामने 'आप' में किसी की कोई हैसियत नहीं है। मान लेते हैं कि यह 'आप' का अंदरूनी मामला है लेकिन दूसरा सवाल यह है कि बीजेपी इन चुनावों में किसके नेतृत्व में उतरेगी यानी बीजेपी का चेहरा कौन होगा? इस सवाल का जवाब बीजेपी में भी कोई नहीं दे सकता लेकिन यही वह सवाल है जो इन दिनों बीजेपी से ज़्यादा 'आप' में पूछा जा रहा है।
क्या एक बार फिर बीजेपी को अपने जाल में फंसा रही है ‘आप’?
- दिल्ली
- |
- |
- 12 Sep, 2019

‘आप’ पिछले दो चुनावों में बीजेपी को मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर उलझाती रही है और इस बार भी वह यही करने जा रही है।
इसकी वजह यह है कि ‘आप’ इसी सवाल के जवाब में ही तो पिछले दो चुनावों में बीजेपी को उलझाती रही है। इसलिए उसके नेता इस सवाल को बीजेपी से इस बार भी और भी ज़्यादा शिद्दत से पूछेंगे। उन्होंने इस सवाल का जवाब पूछना शुरू भी कर दिया है। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पिछले दिनों बीजेपी सांसद विजय गोयल के घर के बाहर इसी सवाल को लेकर धरना भी दिया था और प्रेस कांफ्रेंस में भी यही सवाल उछाला गया था।