देश में जब 24 मार्च को लॉकडाउन घोषित हुआ था, तब दिल्ली में कोरोना के सिर्फ 30 मरीज थे और एक भी शख़्स की मौत नहीं हुई थी। लॉकडाउन का दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने बढ़-चढ़कर स्वागत किया था और इसे बहुत ज़रूरी बताया था। मई और जून में जब दिल्ली में आंकड़ा रोजाना 100 मौतों तक पहुंच गया था, तब दिल्ली सरकार शराब के ठेकों से लेकर मार्केट तक सब कुछ खोलने के लिए आमादा थी।
केजरीवाल क्यों नहीं मान लेते कि दिल्ली फिर से कोरोना की चपेट में आ चुकी है?
- दिल्ली
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- 17 Sep, 2020

देश की राजधानी में सितंबर महीने में जिस तेज़ी से कोरोना के मामले बढ़े हैं, उससे कोई माने या न माने लेकिन दिल्ली में कोरोना की वापसी हो गई है।