देश में जब 24 मार्च को लॉकडाउन घोषित हुआ था, तब दिल्ली में कोरोना के सिर्फ 30 मरीज थे और एक भी शख़्स की मौत नहीं हुई थी। लॉकडाउन का दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने बढ़-चढ़कर स्वागत किया था और इसे बहुत ज़रूरी बताया था। मई और जून में जब दिल्ली में आंकड़ा रोजाना 100 मौतों तक पहुंच गया था, तब दिल्ली सरकार शराब के ठेकों से लेकर मार्केट तक सब कुछ खोलने के लिए आमादा थी।