दिल्ली सरकार ने कोरोना की मार झेलने वाले दिल्लीवासियों के लिए बड़े राहत पैकेज की घोषणा की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए चार बड़ी घोषणाएँ की हैं। कोरोना की वजह से मौत होने के मामले में और बेसहारा हुए बच्चों को दिल्ली सरकार आर्थिक मदद करेगी। उन्होंने कहा है कि अनाथ हुए बच्चों को 25 साल की उम्र तक हर महीने 2500 रुपये दिए जाएँगे और उनकी पढ़ाई का ख़र्च सरकार वहन करेगी। कोरोना से मारे गए लोगों के परिजनों को 50-50 हज़ार रुपये की मदद की जाएगी। जिस घर में एकमात्र कमाऊ व्यक्ति की मौत हो गई है उसके परिवार वालों को 2500 रुपये की पेंशन दी जाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 72 लाख लोग ऐसे हैं जिनके पास राशन कार्ड हैं। इन कार्डधारियों को 4 किलो गेहूँ और एक किलो चावल मामूली क़ीमतों पर दिया जाता है। लेकिन इस बार ये पाँच किलो राशन मुफ़्त दिया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से पाँच किलो राशन मुफ़्त दिया जा रहा है। इस तरह कुल 10 किलो राशन दिया जाएगा।
कोरोना के ख़िलाफ़ जारी इस जंग में कुछ परिवार बेहद मुश्किल हालातों का सामना कर रहे हैं, ऐसे सभी ज़रूरतमंद परिवारों के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं | LIVE https://t.co/tEAtZCKMSb
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 18, 2021
केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की वजह से कई लोगों की मौत हो गई है और उससे उनको सहानुभूति है। उन्होंने कहा कि उस नुक़सान की भरपाई तो नहीं की जा सकती है, लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में मदद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसे मृतकों के परिवारों को 50-50 हज़ार रुपये की सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे परिवारों में जिनके परिवार में कमाने वाले की मौत हुई तो उस सहायता के साथ ही 2500 रुपये पेंशन दी जाएगी। जिस बच्चे के माता-पिता की मौत हो गई है और जिनमें से दोनों या सिर्फ़ एक की भी कोरोना से मौत हुई है तो ऐसे में हर बच्चे को 25 साल तक की उम्र तक ढाई-ढाई हज़ार रुपये महीना दिया जाएगा। इसके अलावा उन बच्चों को मुफ़्त में शिक्षा दी जाएगी।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि इसके लिए पैसे कहाँ से आएगा। उन्होंने कहा है कि यह पैसा रिश्वतखोरी नहीं होने दिए जाने और फिजूलखर्ची नहीं होने दिए जाने से बचाए गए पैसे से आएगा।
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