छत्तीसगढ़ में सिर्फ़ कांग्रेस में ही नहीं बल्कि बीजेपी में भी अंदरखाने ख़ूब बवाल चल रहा है। पार्टी की ओर से लगाए गए तीन दिन के चिंतन शिविर में कई नेताओं को नहीं बुलाया गया है। इन नेताओं ने कहा है कि वे इसे केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखेंगे। आदिवासी बहुल इलाक़े बस्तर में यह चिंतन शिविर हो रहा है।
छत्तीसगढ़: चिंतन शिविर से सामने आई बीजेपी में गुटबाज़ी
- छत्तीसगढ़
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- 2 Sep, 2021
छत्तीसगढ़ में एक ओर जहां कांग्रेसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने राजनीतिक विरोधियों से लड़ रहे हैं, वहीं बीजेपी के दिग्गज नेता रमन सिंह भी फिर से राज्य का मुख्यमंत्री बनने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं।

एक पूर्व सांसद को भी इस चिंतन शिविर में नहीं बुलाया गया। उन्होंने एचटी से बातचीत में कहा कि पार्टी राज्य के सिर्फ़ मुट्ठी भर नेताओं की आवाज़ सुन रही है।
छत्तीसगढ़ में दिसंबर, 2023 में चुनाव होने हैं। भूपेश बघेल सरकार के आने से पहले बीजेपी यहां लगातार 15 साल तक सत्ता में रही थी। लेकिन पिछले चुनाव में उसकी बड़ी हार हुई थी और तब 90 सीटों वाली विधानसभा में उसे सिर्फ़ 15 सीटें मिली थीं जबकि कांग्रेस को 72 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वर्तमान में बीजेपी के पास 14 सीटें हैं।