न तो अजीत जोगी की पैंतरेबाज़ी काम आई और न ही बीजेपी ऐंटी-इन्कम्बेंसी से पार पा पाई। बिना चेहरे के ही कांग्रेस ने नई तसवीर पेश कर दी। बल्कि यूँ कहें तो बदल डाली। और इसमें बीजेपी सरकार से नाराज़गी के साथ-साथ अजित जोगी की पार्टी की भी बड़ी भूमिका रही। कैसे, यह हम नीचे बताएँगे।