न तो अजीत जोगी की पैंतरेबाज़ी काम आई और न ही बीजेपी ऐंटी-इन्कम्बेंसी से पार पा पाई। बिना चेहरे के ही कांग्रेस ने नई तसवीर पेश कर दी। बल्कि यूँ कहें तो बदल डाली। और इसमें बीजेपी सरकार से नाराज़गी के साथ-साथ अजित जोगी की पार्टी की भी बड़ी भूमिका रही। कैसे, यह हम नीचे बताएँगे।
जोगी ने कांग्रेस का कम, बीजेपी का ज़्यादा नुक़सान किया?
- छत्तीसगढ़
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- 29 Mar, 2025
न तो अजीत जोगी की पैंतरेबाज़ी काम आई और न ही बीजेपी एंटी-इन्कम्बेंसी से पार पा पाई। बिना चेहरे के ही कांग्रेस ने नई तसवीर पेश कर दी। बल्कि यूँ कहें तो बदल डाली।

पहला सवाल - क्या यह कांग्रेस की रणनीतियों की जीत है या बीजेपी की विफलता का नतीजा है? क्या यह कांग्रेस की आइडियोलजी में लोगों के विश्वास बढ़ने को दिखाता है या अजीत जोगी की वैकल्पिक राजनीति और पॉलिटिकल इंजीनियरिंग को नकारने की तसवीर पेश करता है?