प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुखी हैं। नवंबर में उन्होंने देश की जनता को पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क में कमी कर राहत दी थी लेकिन उसका फायदा उन प्रदेशों की जनता को नहीं मिला जहां बीजेपी की सरकार नहीं है। क्या सचमुच प्रधानमंत्री की आंखों में आंसू हैं! ये आंसू आम जनता को राहत नहीं मिल पाने की वजह से हैं!
पेट्रोल-डीजल: हर दिन केंद्र की वसूली राज्यों के मुकाबले डबल से ज्यादा
- विश्लेषण
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- 28 Apr, 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों से वैट की दर में कमी करने की अपील की है लेकिन क्या आप जानते हैं कि पेट्रोल-डीजल पर केंद्र की वसूली कितनी है और राज्यों की कितनी?
वैसे यह बात सच है कि पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क में कमी के बाद कई राज्यों ने वैट की दर में कोई कमी नहीं की। मगर, क्या ऐसा करना अपरिहार्य था? क्या ऐसा नहीं करके राज्य की गैर बीजेपी सरकारों ने वास्तव में अपनी जनता के साथ गुनाह किया है?