कोरोना रोकथाम की दिशा में एक और कदम उठाते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने 6 शहरों से आने वाली उड़ानों को दो हफ़्ते तक अपने राज्य में उतरने पर रोक लगा दी है। यह अगले सोमवार से लागू होगा। इसके तहत दिल्ली, मुंबई, पुणे, नागपुर, चेन्नई और अहमदाबाद से आने वाले जहाज़ पश्चिम बंगाल के किसी हवाई अड्डे पर नहीं उतर सकेंगे।
नागरिक विमानन विभाग ने पश्चिम बंगाल सरकार के आग्रह को स्वीकार करते हुए इसे मान लिया है। राज्य सरकार ने इसके पहले विभाग को लिखी चिट्ठी में इंदौर और सूरत से आने वाले जहाजों पर रोक लगाने की माँग की थी।
ममता बनर्जी सरकार ने नागरिक विमानन विभाग को लिखी चिट्ठी में कहा था, 'पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले बहुत लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने बाहर से आने वाले जहाज़ों और ट्रेनों की आवाजाही को रोकने या कम करने का फ़ैसला किया है।'
राज्य सरकार ने यह भी माँग की थी कि एक सप्ताह में बाहर से सिर्फ एक जहाज़ आए, लेकिन नागरिक विमानन मंत्रालय इस पर राजी नहीं हुआ।
इसके पहले भी पर कुछ राज्यों ने कोरोना संक्रमण फैलने के डर से दूसरे कुछ राज्यों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिए थे। कर्नाटक ने महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और राजस्थान से उड़ानों पर रोक लगा दी थी।
इसके साथ ही कर्नाटक ने तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात से सड़क मार्ग से भी किसी के जाने पर प्रतिबंध का एलान कर दिया था।
इसके पहले कर्नाटक ने 18 मई को चार राज्यों- महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और केरल के लोगों पर राज्य में घुसने पर रोक लगा दी थी। उस समय कर्नाटक सरकार ने कहा था कि इन राज्यों के लोग 31 मई तक कर्नाटक में नहीं घुस पाएँगे। महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु देश में सबसे ज़्यादा कोरोना प्रभावित राज्य हैं, जबकि केरल में सबसे पहले
कोरोना संक्रमण का मामला आया था।
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