पश्चिम बंगाल सरकार एक बार फिर केंद्र के साथ टकराव के रास्ते पर है। लोगों को वे दिन याद आ रहे हैं जब ज्योति बसु की अगुआई में वाम मोर्चा सरकार ने केंद्र की इंदिरा गाँधी और बाद में राजीव गाँधी सरकारों का ज़बरदस्त विरोध किया था। यह विरोध प्रशासनिक स्तर पर था, जिसमें राज्य सरकार केंद्र पर राजनीतिक कारणों से भेदभाव के आरोप लगाती थी।