भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश में बैठकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। विजयवर्गीय ने कहा है, ‘ममता बनर्जी के भतीजे गाय की तस्करी करते हैं।’ उन्होंने संकेतों में यह भी साफ किया, ‘बीजेपी की सरकार बनने पर उन्हें (बनर्जी के भतीजे को) जेल भेजा जायेगा।’
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और सत्ता की बड़ी दावेदार मानी जा रही बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज़ है। पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में बीजेपी के लोगों पर हमले और तृणमूल के कार्यकर्ताओं से झड़पों की ख़बरें भी आयी हैं। चुनाव पास आते ही ये झड़पें और हमले तेज़ हो रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि संभावित हार से बौखलायी तृणमूल कांग्रेस ओछी राजनीति पर आमादा है।
खाद्य मंत्री पर साधा निशाना
पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी विजयवर्गीय मकर सक्रांति मनाने के लिए मध्य प्रदेश आये हुए हैं। हर साल की तरह सक्रांति के दूसरे दिन महाकाल के दर्शन की अपनी पुरानी परिपाटी के तहत वे 15 जनवरी शुक्रवार को उज्जैन प्रवास पर पहुँचे।
उज्जैन में विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए मीडिया को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, "ममता जी के भतीजे गाय और कोयले की तस्करी में शामिल हैं। ये लोग बंगाल में सिंडिकेट राज चलाते हैं, अब जेल जाएंगे।" विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में खाद्य मंत्री पर भी निशाना साधा। विजयवर्गीय ने दावा किया,
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‘खाद्य मंत्री बीजेपी में आने को आतुर हैं, ऐसी खबरें आयीं हैं। ग़रीबों के राशन के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भेजे गये निःशुल्क चावल की तस्करी करने संबंधी खाद्यमंत्री की हेराफेरी से जुड़े दस्तावेज़ हमें मिले हैं। वे बीजेपी में नहीं आयेंगे, बल्कि जेल जायेंगे।’
कैलाश विजयवर्गीय, प्रभारी, पश्चिम बंगाल बीजेपी
'ममता सरकार गिर जायेगी!'
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय ने इंदौर में मीडिया से बातचीत में दावा किया था, ‘तृणमूल कांग्रेस के 41 विधाायक बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं।’
विजयवर्गीय ने यह भी दावा किया कि ‘जिन टीएमसी विधायकों की लिस्ट हमारे पास है, अगर उन्हें मैं बीजेपी में शामिल कर लूँ, तो बंगाल में सरकार गिर जाएगी। अभी हम यह देख रहे हैं कि किसे लेना है, और किसे नहीं लेना है। अगर किसी की छवि खराब है, तो हम उसे पार्टी में शामिल नहीं करेंगे। अब सबको लग रहा है कि ममता सरकार जा रही है।’
शुभेन्दु अधिकारी ने दिया था झटका
तृणमूल कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दाहिना हाथ माने जाने वाले पूर्व मंत्री शुभेन्दु अधिकारी के पार्टी छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया है। शुभेंदु अधिकारी के साथ टीएमसी के सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 विधायकों भी बीजेपी में शामिल हो गए। इनमें 5 विधायक तृणमूल कांग्रेस के थे।
बंगाल में बढ़ती बीजेपी?
बिहार फ़तह के बाद बीजेपी का पूरा फ़ोकस पश्चिम बंगाल पर है। बंगाल में साल 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। बीजेपी को सवा दस फीसदी वोट के साथ सिर्फ तीन सीटें ही मिली थीं। वर्ष 2019 में परिस्थितियाँ बदल गईं थीं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी पश्चिम बंगाल की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। बता दें बंगाल में कुल 294 सीटें हैं, जिसमें से दो सीटों पर सदस्यों को मनोनीत किया जाता है। ऐसे में चुनाव 292 सीटों पर ही होता है।
अपनी दम पर सरकार बनाने का जादुई आँकड़ा 147 है। बीजेपी दावा कर रही है कि इस बार पश्चिम बंगाल में वह अपनी दम पर सरकार बनायेगी। बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में 200 से ज़्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सक्रिय हैं। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह भी बंगाल के ताबड़तोड़ चुनावी दौरे कर रहे हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बंगाल के दौरे कर रहे हैं।
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