कोवैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल यानी परीक्षण के बाद भोपाल में एक गैस पीड़ित वालंटियर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। वैक्सीन का कथित फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दरवाजा खटखटाते हुए परीक्षण पर तत्काल रोक लगाने की माँग की गई है।
कोवैक्सीन का परीक्षण रोकने की मांग, मोदी को चिट्ठी
- मध्य प्रदेश
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- 11 Jan, 2021

कोवैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल यानी परीक्षण के बाद भोपाल में एक गैस पीड़ित वालिंटियर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद वैक्सीन का कथित फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रधानमंत्री का दरवाजा खटखटाते हुए परीक्षण पर तत्काल रोक लगाने की माँग की गई है।
परीक्षण पर सवाल
कोवैक्सीन निर्माता कंपनी से लेकर मध्य प्रदेश सरकार एवं परीक्षण में शामिल निजी अस्पताल की सफाई के बाद रविवार को कई और ऐसे पीड़ित वालंटियर्स सामने आये, जिन्हें टीके के परीक्षण के बाद से स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की परेशानियाँ हो रही हैं। आरोप है कि अंधेरे में रखते हुए आधा दर्जन बस्तियों में लगभग 700 ग़रीब लोगों पर टीके का परीक्षण किया गया। इनमें कई अनपढ़ बताये गये हैं।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और गैस पीड़ितों के हक़ की लड़ाई लड़ने वाली रचना ढींगरा ने रविवार को मीडिया के सामने दर्जनों ऐसे वालंटियर्स को पेश किया, जिन पर टीके का परीक्षण किया गया है।