केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार रवींद्रनाथ टैगोर पर एक बेहद विवादास्पद बयान दिया है, जिसके बाद से उनकी काफी आलोचना हो रही है। वे ख़ास तौर पर पश्चिम बंगाल में लोगों के निशाने पर हैं, जहां टैगोर बंगाली अस्मिता के प्रतीक हैं।